रविवार को पाँच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन का विश्व चैंपियन के रूप में शासन समाप्त
हो गया जब चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन ने रूसी ग्रैंडमास्टर इयान नेपोमनियाचची को हराया
और नए विश्व चैंपियन बन गए | नॉर्वे के खिलाड़ी कार्लसन जो की अभी भी विश्व नंबर 1 है उन्हें
Classical शतरंज में अपने टाइटल का बचाव करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी , इसी बारे में
जब एक Norwegian शतरंज पॉडकास्ट जो की उनके दोस्तों एस्किल्ड ब्रायन और ओडिन
ब्लिक्रा वी द्वारा चलाई जाती है कार्लसन ने कहा की हालांकि वो विश्व के टॉप खिलाड़ी बने
रहना चाहते है पर वो Classical शतरंज में काफी कठोर हो गए है |
Classical में पहले जैसे नहीं रहे कार्लसन
कार्लसन ने कहा “विश्व रैंकिंग में नंबर 1 स्थान मेरे लिए कुछ सालों से महत्वपूर्ण रहा है लेकिन मुझे अब लगता है की मैं Classical शतरंज ज्यादा नहीं खेलता इसलिए इसका महत्व बदल जाता है | मुझे पता है की जब मैं क्लासिकल खेलने का फैसला करता हूँ तो मैं आमतौर पर एक अच्छे स्तर पर प्रदर्शन करता हूँ लेकिन अब मैं इतना कम खेलता हूँ की मैं थोड़ा खराब हो गया हूँ |
तैयारी से तंग आ चुके है विश्व नंबर 1
कार्लसन का कहना है की उन्होंने पहले से ही क्लासिकल को कम प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है , उन्होंने पॉडकास्ट में आगे कहा “कुछ समय के लिए सोचने और चीजों का पता लगाने के लिए समय देना अच्छा है लेकिन मैं पूरी तैयारी से काफी तंग आ चुका हूँ , किसी गेम को जीतने के लिए हर बार नए विचारों के साथ आना थोड़ा निराशाजनक होता है , यदि ये उसके लिए नहीं होता तो क्लासिकल टूर्नामेंट शतरंज में मेरा पसंदीदा हो सकता था पर अभी ये लिए ये बस काफी निराशाजनक है |