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घरेलू खिलाड़ी"अगले 3-4 सालों में बनना चाहता हूँ विश्व चैंपियन"-प्रज्ञानानंद

“अगले 3-4 सालों में बनना चाहता हूँ विश्व चैंपियन”-प्रज्ञानानंद

“अगले 3-4 सालों में बनना चाहता हूँ विश्व चैंपियन”-प्रज्ञानानंद

“अगले 3-4 सालों में बनना चाहता हूँ विश्व चैंपियन”-प्रज्ञानानंद: भारत के 17 वर्षीय  शतरंज prodigy
आर प्रज्ञाननंद ने पिछले 6 महीने में विश्व चैम्पीयन मैग्नस कार्लसन को 3 बार हराया है और हाल ही में
उन्होंने Meltwalter शतरंज चैम्पीयन टूर फाइनल में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया , इस टूर में उन्होंने
ग्रंड्मास्टर Jan-Krzysztof Duda के खिलाफ एक काफी  रोमांचक मैच भी खेला था और जीत हासिल
की थी जो की उनके करियर के सबसे बेहतरीन मैच में  से एक था | 

 

हाल ही में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित हुए है प्रज्ञाननंद 

प्रज्ञाननंद अगले 3-4 सालों में विश्व चैम्पीयन बनना चाहते है , हाल ही में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है , अवॉर्ड लेने से पहले उनसे एक इंटरव्यू लिया गया था जिसमें उन्होंने साफ तोर पर ये कहा है की विश्व का नंबर 1 खिलाड़ी और विश्व शतरंज चैम्पीयन बनना उनका अंतिम सपना है और वो इसे अगले तीन से चार सालों में हासिल कर सकते है | प्रज्ञा ने ये भी कहाँ की “मुझे लगता है की इसमें ज्यादा लंबा समय नहीं लगेगा , अगर मैं अच्छा खेलना जारी रखता हूँ और सही दिशा में रहता हूँ तो ये वास्तविक रूप से संभव है | 

 

इंटरव्यू में प्रज्ञाननंद ने कही ये बात 

बता दे मेल्टवाटर चेस चैंपियंस टूर फ़ाइनल के दौरान प्रज्ञाननंद और कार्लसन ने  सैन फ़्रांसिस्को में प्रतिष्ठित बे ब्रिज के पास बैठ कर भी साथ में शतरंज खेला था | प्राग ने इंटरव्यू में कहा था “ मैं पिछले कुछ समय से अच्छे फॉर्म में हूँ और मैं लगातार अच्छा खेल रहा हूँ और अर्जुन अवॉर्ड का हकदार हूँ , ये अवॉर्ड प्रयासों के लिए पहचान है और स्पोर्ट्स के लिए काफी अच्छा है , मुझे उम्मीद है की ये अवॉर्ड मुझे और भी अधिक ऊंचाई हासिल करने के लिए प्रेरित करने में मदद करेगा और साथ ही बाकी शतरंज खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा | 

 

विश्वनाथ आनंद है उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा 

प्रज्ञाननंद कार्लसन को हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी है और वो और भी ज्यादा हाई रैंक के खिलाड़ियों के साथ खेलना चाहते है साथ ही अपनी Elo रेटिंग को भी और सुधारना चाहते है | पूर्व विश्व चैम्पीयन विश्वनाथ आनंद उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है और वो ही पहले व्यक्ति है जिन्होंने प्रज्ञाननंद को ये कहा है की वो एक दिन विश्व चैम्पीयन जरूर बनेंगे , प्रज्ञा इसी बात को सच साबित करना चाहते है और उन्हें आनंद से हमेशा मदद और समर्थन भी मिलता रहता है | 

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Darshna Khudania
Darshna Khudaniahttps://thechesskings.com/
मैं शतरंज की प्रशंसक, शतरंज की खिलाड़ी और शतरंज की कहानियों की एक श्रृंखला की लेखक हूं। मैं लगभग 12 वर्षों से शतरंज खेल रही हूं और इसकी चुनौती, जटिलता और सुंदरता के लिए खेल के प्रति आकर्षित थी। मुझे यह एक पेचीदा खेल लगता है जिसके जीवन में विभिन्न अनुप्रयोग हैं। इसने मुझे एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद की है और यह सीखा है कि कैसे अच्छे निर्णय लेने हैं जो मेरे जीवन के पाठ्यक्रम को बदल सकते हैं।

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