कोलकाता की 15 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी मृतिका मलिक पूर्वी भारत से शतरंज में पहली महिला
ग्रैंडमास्टर बनना चाहती है , वो कोलकाता के बिनोदिनी गर्ल्स हाई स्कूल की कक्षा 10 की छात्रा है
और हाल ही में अंडर-17 ओपन लड़कियों की राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप 2023 में उन्होंने अपना
नाम बनाया है जो की 1 से 9 मई तक जालंधर में आयोजित हुई थी , अंडर-17 राष्ट्रीय शतरंज
प्रतियोगिता में उन्होंने प्रथम स्थान हासिल किया |
मृतिका ने जताई खुशी
अपनी उपलब्धि के बारे में बात करते हुए मृतिका ने कहा “मैं इस साल अंडर-17 नेशनल चैंपियनशिप जीतकर बेहद खुश हूँ , यह अहसास वास्तविक है और मैं पूर्वी भारत से शतरंज में पहली महिला ग्रैंडमास्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए बहुत उत्सुक हूँ | बता दे मृतिका FIDE वर्ल्ड यूथ U14 शतरंज चैंपियनशिप 2022 में चौथा स्था हासिल कर चुकी है अंडर-14 लड़कियों (स्टैन्डर्ड) और अंडर-14 लड़कियों (Blitz) के लिए एशियाई युवा शतरंज चैंपियनशिप में उन्होंने क्रमश ब्रॉनज़ और सिल्वर मेडल हासिल किया था |
अगले टूर्नामेंट की कर रही है तैयारी
मृतिका अपने स्कूल के काम और शतरंज के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है क्यूंकि वो अगले साल 10वीं कक्षा के बोर्ड की परीक्षा देने वाली है | हालांकि वो वर्तमान में शतरंज को पढ़ाई से ऊपर प्राथमिकता दे रही है क्यूंकि वो इस साल नवंबर में इटली में होने वाली विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप में भाग लेगी , इसके अलावा वो नागपूर और भुवनेश्वर में ग्रैंडमास्टर इवेंट्स में भी हिस्सा लेंगी |