Kenya के नैरोबी में Kenya ओपन शतरंज चैंपियनशिप में महिला वर्ग में एक प्रतिभागी को
पुरुष के रूप में उजागर किया गया और फिर उसे टूर्नामेंट से हटा दिया गया | इस खिलाड़ी
की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है पर उसने चीटिंग को स्वीकार किया और कहा की वो
वित्तीय समस्याओं से जूझ रहा था जिस वजह से उसने ये कदम उठाया | इस खिलाड़ी ए केन्या
ओपन के महिला वर्ग में मिलिसेंट अवूर नाम से रेजिस्ट्रेशन की थी , उसके विरुद्ध संदेह तब
पैदा हुआ जब उसने पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन ग्लोरिया जुंबा और युगांडा की शीर्ष खिलाड़ी अम्पायरा
शकीरा को मात दी |
गेम के बाद किसी से बात नहीं करता था ये प्लेयर
आयोजक और केन्याई शतरंज महासंघ के अध्यक्ष बेनार्ड वंजाला के अनुसार वो अपनी पहचान छुपाने के लिए हर दिन नकाब पहनता था जिससे सिर्फ उसका चश्मा और आंखे दिखाई देती थी | गेम समाप्त होने के बाद वो किसी से बात नहीं करता था , टूर्नामेंट के लिए रेजिस्ट्रेशन करते समय उसने एक भी शब्द नहीं बोल और बस एक कागज पर अपना नाम लिखा | चीफ आर्बिटर एंटनी किओंगा ने बताया की कर्मचारी शुरू में हस्तक्षेप करने के लिए सतर्क थे क्यूंकि वो इस संभावना को ध्यान में रख रहे थे की वो एक रूढ़िवादी मुस्लिम महिला के साथ डील कर रहे है पर जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा , खिलाड़ियों और अर्बिटर्स दोनों ने ये देखा की उसका चलने का तरीका अलग था और वो पुरुषों द्वारा उपयोग किए जाने वाले जूते पहनता था |
चौथे राउंड के बाद हुई जांच
चौथे राउंड के बाद Kionga ने इस खिलाड़ी को एक निजी कमरे में ले जाने का फैसला किया जहां उन्होंने उससे एक पहचान दस्तावेज मांगा | प्लेयर एक यूनिवर्सिटी का छात्र है और उसने अपने इस गलत काम को स्वीकार भी किया | अपने पत्र में उसने लिखा “ कारण वित्तीय जरूरतें थी लेकिन मुझे अपने इस कारनामें पर गहरा अफसोस है और मैं सभी परिणामों को स्वीकार करने के लिए तैयार हूँ |